गवर्नर हॉउस में आयोजित पुष्प प्रदर्शनी में दोयम दर्जे पर पुरस्कृत हुआ “सोनभद्र का सूरन”
सोनभद्र।अनेकशः परम्पराओं की जननी रही है सोनभद्र तो ऋषियों- मनीषियों की तपस्थली से ऊर्जस्वित धरा के एक भू-भाग का नाम आज भी उर्जान्चल से अभिहित हो रहा है। पर्यावरण_वायुमंडल और आदिम सभ्यता की धरोहरों से कुछ बिंदुओं पर दुनिया में अहम स्थान रखेगा, यदि इसकी जानकारी शोधकर्ताओं , खोजी प्रवृत्ति के लोगों से सम्पर्क कर लिया जाय। यद्यपि ऐसे लोग प्रशासन-शासन तक पहुंच नहीं पाते, प्रामाणिक तथ्य-कथ्य व अनछुए दृष्टान्तों