गोमती, तमशा, वरूणा, सई और अरेल नदियों को बनाय सदानीरा
जीएनएस,ता 2फरवरी लखनऊ। पौराणिक काल की पावन नदियाॅं जो वर्तमान में अपना अस्तित्व खोती जा रही हैं। उनके पुर्नजीवीकरण हेतु भागीरथ प्रयास करना समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। यह बात उ.प्र. के सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने मासिक समीक्षा बैठक में कही। सिंचाई मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि गोमती, तमशा, सई, वरूणा और अरेल नदियों को सदानीरा बनाने के लिए प्रभावी कार्य योजना शीघ्र ही तैयार की