देशी शराब, ताड़ी के कारोबार से जुड़े गरीबों का होगा विकास, खर्च होंगे 840 करोड़ रुपये
(जी.एन.एस) ता. 27 पटना शराबबंदी के दो वर्ष बीतने के बाद देशी शराब और ताड़ी उत्पादन एवं बिक्री में पारंपरिक रूप से जुड़े अत्यंत निर्धन परिवारों, अनुसूचित जाति एवं जनजाति एवं अन्य समुदाय को समाज की मुख्य धारा से जोडऩे के लिए राज्य मंत्रिमंडल ने सतत जीविकोपार्जन नाम की नई योजना को मंजूरी दे दी है। योजना के तहत शराब और ताड़ी के उत्पादन एवं बिक्री में पारंपरिक रूप से