विरोधियों और निन्दकों का होना बहुत अच्छी बात है क्योंकि ये ही वे लोग हुआ करते हैं जो क्षण-प्रतिक्षण हमारी तमाम गतिविधियों पर पैनी निगाह रखते हुए हमें सतर्क रखा करते हैं और हमें आत्म मूल्यांकन के मौके देते रहते हैं। और यह सब ये बेचारे बिना किसी पारिश्रमिक के करते हैं। अपनी बहुमूल्य जिन्दगी और तरक्की के अनगिनत अवसरों की उपेक्षा कर बेचारे हमारे लिए कितना अधिक समय निकालते