राजस्थान में हावी हुए स्थानीय मुद्दे, वसुंधरा की दूरी भी बनी फैक्टर? यहां समझें कम वोटिंग के सियासी मायने.
जीएनएस न्यूज़ .जयपुर: देश में लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग के आंकड़े देखकर केवल यही लग रहा है कि ये उत्साह विहीन चुनाव है. ना कोई लहर, ना ही बदलाव के लिए उम्मीद. माहौल केवल और केवल मोबाइल स्क्रीन तक ही सीमित है. सड़कों पर तो खामोशी है. 2014 में बदलाव की बात थी तो 2019 में मोदी में उम्मीद थी. लोग मोदी को और समय देना चाहते