डॉ. वेदप्रताप वैदिक — मुझे खुशी हुई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डाॅ. राममनोहर लोहिया को उनके जन्म दिन पर याद किया। उन्होंने यह इसलिए नहीं किया कि लोहियाजी के प्रति उनकी कोई श्रद्धा है या फिर वे उनकी समाजवादी विचारधारा को थोड़ा भी समझते-बूझते हों। उनकी पीढ़ी और उनके बाद की पीढ़ी के वर्तमान नेतागण विचारधारा की दृष्टि से बिल्कुल बेगाने हैं। सत्ता और पत्ता ही उनकी विचारधारा है।