अागरा में जूता बना रहा दूसरों की जान बचाने वाला राष्ट्रपति वीरता पदक विजेता
(जी.एन.एस) ता 17 आगरा दस साल पहले यमुना के तेज बहाव मे महज 11 साल की उम्र मे अपनी जान पर खेलकर शहंशाह ने दो युवको की जान बचाई थी। शहंशाह को इस बहादुरी के लिए वर्ष 2009 मे तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने गणतंत्र दिवस पर वीरता पुरस्कार प्रदान किया था। वीरता पुरस्कार मिलने पर शहंशाह से तमाम वादे हुए। 10 साल बीतने के बाद भी ‘सरकारी वादे’ पूरे