Home डॉ. दीपक आचार्य आवारा हूँ …..

आवारा हूँ …..

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Share this articleआजकल हर कहीं आवारा या लावारिश मवेशियों की चर्चा होती है और इन पर प्रतिबंध की बातें अक्सर छायी रहने लगी हैं। एक बात अच्छी तरह समझ लेनी चाहिए कि इस देश में कोई लावारिश नहीं है। जिस ईश्वर ने उसे धरा पर भेजा है वह उन सबका वारिस है। वही परमपिता सभी का है फिर चाहे वह आदमी हो या मवेशी या और कोई। पाश्चात्य अप-संस्कृति में
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