एक और टकसाली जरनैल है बादलों के सम्पर्क में
(जी.एन.एस) ता. 15 जालंधर राजनीति में कसमें-वायदे कोई मायने नहीं रखते। इसका सबूत एक बार फिर कल दिखाई दिया जब बोनी अजनाला और उसके पिता रतन सिंह अजनाला अकाली दल (बादल) में शामिल हुए। इससे पहले जब उन्होंने दिसम्बर 2018 में टकसाली अकाली दल की नींव रखी थी तो गुरु ग्रंथ साहिब के सामने कसमें खाई थीं कि सारी उम्र टकसाली अकाली दल के साथ गुजारेंगे लेकिन कुछ माह में