एक गांव के गार्ड को मिलेगा साहित्य अकादमी पुरस्कार, बड़े-बड़े साहित्कार हैं मुरीद
(जी.एन.एस) ता.08 मधुबनी पेशे से चौकीदार, मगर गजब के साहित्यकार। साहित्य साधना ऐसी कि बड़े-बड़े साहित्यकार इनके मुरीद। सामान्य शिक्षा-दीक्षा के बाद पुलिस थाने में बतौर चौकीदार पद पर पहुंचे 33 साल के उमेश पासवान को मैथिली काव्य संग्रह ‘वर्णित रस’ के लिए साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार मिलने जा रहा है। अकादमी ने घोषणा कर दी है। यह सम्मान नवंबर में मिलेगा। उमेश खुश हैं। कहते हैं, पुरस्कार के रूप