Share this articleछिन्दवाड़ा । आमतौर पर शिक्षक अपना दायरा किताब और क्लास रूम तक सीमित रखते हैं। बच्चों को पढ़ाना और उन्हें परीक्षा में अच्छे नंबर मिल सकें, यह उनका उद्देश्य होता है, लेकिन इन्हीं में से कुछ शिक्षक ऐसे भी हैं जिन्होंने अपनी इन्हीं भावनाओं से थोड़ा समय न सिर्फ सोचा, बल्कि उसे कर दिखानेका जज्बा भी पेश किया। जिससे वे न सिर्फ बच्चों के बीच, बल्कि बड़ों के