औद्योगिक उत्पादन में सुस्ती से ब्याज दरों में एक और कटौती की संभावना
(जी.एन.एस) ता. 13 नई दिल्ली खाने-पीने की चीजें महंगी होने से अगस्त में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़ने और औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर सुस्त पड़ने से भारतीय रिजर्व बैंक पर नीतिगत ब्याज दर रेपो में कटौती करने का दबाव एक बार फिर बढ़ गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस स्थिति में रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति अगली समीक्षा बैठक में रेपो दर में 0.15 से 0.25 प्रतिशत की