कुमाऊं में नैनीताल से जगी थी महिला आंदोलन की अलख
(जी.एन.एस) ता.05 नैनीताल आजादी से पहले अंग्रेजों के उत्पीड़न से परेशान महिलाओं ने महात्मा गांधी के नैनीताल पहुंचने पर कुमाऊं में महिला आंदोलन को जो धार दी उसमें कुमाऊंनी महिलाओं का अभूतपूर्व योगदान था। उस दौर में महिलाओं के साथ अंग्रेजों द्वारा जो उत्पीडऩ किया जाता था, वह गांधी के नैनीताल पहुंचने पर फूट पड़ा। गांधी जब 14 जून 1929 को नैनीताल पहुंचे तो पूरे कुमाऊं भर से महिलाएं भी