क्या हम ऐसा ही नया इतिहास बनाने जा रहे है?
इतिहास में इतिहास कितनी बार लिखा जाता है यह तो इतिहास लिखने वाले ही जाने लेकिन देश की आज़ादी के लिए अपने आप को खपा देनेवाले लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक को आतंक का जनक या फाधर ऑफ़ टेररिस्म कहना कोई इतिहास नहीं। तिलक को आतंक का जनक किसी पत्र –पत्रिका में नहीं लेकिन राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से जुडी एक पुस्तक में कहा गया है। यह पुस्तक नयी पीढ़ी को