गोंडा:दो वर्ष बाद खुले स्कूलों में बच्चों को शिक्षकों की कमी खली
गोंडा। कोरोना महामारी के चलते दो वर्षों से बन्द रहे प्राथमिक स्तर के विद्यालयों में अब नौनिहालों में पढ़ने की ललक जगी है तो शिक्षकों की कमी उनकी पढ़ाई में रोड़ा डाल रही है। जूनियर स्तर के विद्यालयों में स्थिति और भी बदतर है। शिक्षा विभाग की गलत नीति के चलते ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में पढ़ रहे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ साबित हो रहा है। मुख्य मार्ग