जालौन:अगर गुण्डे सियासत में न जायें तो कहाँ जायें- जमुना प्रसाद उपाध्याय
(जीएनएस) उरई/ जालौन। कवि युग की पीड़ा एवं आम आदमी की पीड़ा की आवाज बनता है यही सच्चा कवि धर्म है। यह विचार देश.विदेश के विख्यात कवि व गजलकार जमुना प्रसाद उपाध्याय ने व्यक्त किये। आज वह सामाजिक पहल के तत्वाधान में आयोजित एकल काव्य पाठ एवं मुक्त संवाद कार्यक्रम में गजलए नव्य गीत आदि पढ़ रहे थे। इस दौरान उन्होंने अपनी करीब दो दर्जन से अधिक गजलें व नज्में