जिद व जुनून से लिखी सफलता की कहानी, कभी धोते थे बर्तन; अब बन गए कंपनी के मालिक
(जी.एन.एस) ता. 20 जयनगर कुछ कर गुजरने के लिए जज्बा, जिद और जुनून का होना जरूरी है। यदि ये हैं तो जिंदगी की कहानी को इंसान अपने तरीके से लिख सकता है। घर से रोजगार के लिए निकले सातवीं पास विनोद कुमार रजक को दो जून की रोटी के लिए कभी होटल में बर्तन भी धोने पड़े थे। आज वह अपनी कंपनी के मालिक हैं। गरीबी और संसाधनहीनता के कारण