Home डॉ. वेदप्रताप वैदिक डंडे नहीं, अब बातचीत चले

डंडे नहीं, अब बातचीत चले

174
0
Share this article डॉ. वेदप्रताप वैदिक — जो किसान आंदोलन 25 जनवरी तक भारतीय लोकतंत्र की शान बढ़ रहा था, वही अब दुख और शर्म का कारण बन गया है। हमारे राजनीतिक नेताओं के बौद्धिक और नैतिक दिवालिएपन को इस आंदोलन ने उजागर कर दिया है। 26 जनवरी को जो हुआ, सो हुआ लेकिन उसके बाद सरकार को किसान नेताओं से दुबारा संवाद शुरु करना चाहिए था लेकिन उसने किसान
Existing Users Log In
   
New User Registration
*Required field