नरेन्द्र ने ‘बापु’ का राग दरबारी अलापा और मोदी ‘साहेब’ हो गए
कुछ दिनों से गुजरात की राजनीति में समुद्र की तरह ज्वार- भाटा आता रहता है। कुछ क्षणों में भाजपा का ज्वार आता है तो कुछ पलों में कांग्रेस का भाटा आता है। इन सभी के बीच कहीं तीसरा मोर्चा बनकर उभरे शंकरसिंह वाघेला शांति से गांवों में काम कर रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस ओबीसी को साथ लेना चाहते हैं तो पल में ही पटेल वोटों को हासिल करना चाहते