निकाय और लोकसभा उप चुनाव में होगी अखिलेश के नेतृत्व की परीक्षा
(जी.एन.एस) ता 07 लखनऊ परिवार की कलह शांत होने के आसार दिखाई पडऩे के बावजूद पांच साल के लिए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष चुने गए अखिलेश यादव को अभी कई मोर्चों पर जूझना होगा। पार्टी का सबसे प्रभावी चेहरा बनने के बाद अब उनके सामने संगठन को विस्तार देने के साथ ही कार्यकर्ताओं में नया जोश भरने की चुनौती है, जो मुलायम और शिवपाल के हाशिए पर जाने की वजह