नैक ग्रेडिग के लिए गम्भीर नही प्रदेश के स्वपोषित महाविद्यालय
लखनऊ। प्रदेश के उच्च शिक्षा संस्थानों पर राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) से ग्रेडिंग कराने के दबाव का कोई खास असर नहीं सामने नहीं आ पा रहा है। स्ववित्त पोषित महाविद्यालयों में से महज पांच फीसदी ही अभी तक नैक से ग्रेडिंग करा पाए हैं। सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में भी नैक से ग्रेडिंग कराने वालों की संख्या 50 फीसदी ही है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) कई बार चेतावनी दे