पी.वी. सिन्धुः बेटी का सम्मान हो, “भारत रत्न” से अलंकृत हो…!
(जी.एन.एस) ता. 27 लगता है की अब पी.वी. सिन्धु का नाम ही काफी है। जैसे सचिन तेंडुलकर का नाम ही काफी है, वैसे ही अब सिन्धुने बेडमिंटन खेल में पूरी दुनिया में जो नाम कमाया वह उसके नाम के लिये काफी है। सिन्धुने हार नहीं मानुगीं…निराश नहीं होउंगी…का नारा शायद अपने जीवन में उतार कर खेल में उस को हराया जो उसे पिछले चार साल से फाइनल में जीतने नहीं