Home देश पेट्रोल-डिझल में 3 रूपिये एक्साइझ बढी……!, कछु नाहीं तेरा…..सबकुछ मेरा….!!

पेट्रोल-डिझल में 3 रूपिये एक्साइझ बढी……!, कछु नाहीं तेरा…..सबकुछ मेरा….!!

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ये कैसी सरकार है रे…? जनता को कुछ भी फायदा नहीं देना मंगती…! फटाक से बढा दिये 3 रूपप्ये….!
चुनीलाल सर खुजला रहा है….ये क्या….जनता को 60 रूपिये पेट्रोल देने की बजाय  सरकार ने खुद ने एकसाईज ड्युटी पर इजाफा कर दिया….!
यानि जो 39000 करोड का फायदा आम आदमी को मिलना चाहिये वह सरकार की जेब में जायेगे….!
इब तो 2024 तक इसी तरह सारी सरकार का बोज उठाना पडेगा क्या…?
मसलन सरकार का रवैया ये है की 2024 तक हमे झेलो……!!

(जीएनएस.)
बिचारा चुनीलाल कितना खुश था जब कच्चे तेल के दाम में भारी कटौती हुई….!सोचने लगा- पेट्रोल-डिझल अब सस्ता हुई गवा….यह मानकर चल रहे थे चुनीलाल. लेकिन चुनीलाल को क्या मालुम कि बडा सपना दिखानेवाली सरकार ने तुरन्त एक्साइज ड्यूटी और रोड सेस में 3 रुपये की वृद्धि कर के उसे छोटे सपने को रौंद डाला….!
एक तरह से देखा जाय तो सरकार ने पेट्रोल, डीजल का अंतरराष्ट्रीय भाव घटने का फायदा आम लोगो को मिलने से रोका…! ये चुनीलाल को तो न… एक पैसे का भी फायदा नहीं होने देना है…..! /ये चुनीलाल होता कौन है….? वो भी क्या याद करेंगा की बेटमजी की आखिर किसे वोट दिया है….!!/ चुनीलाल सर खुजला रहा है….ये क्या….जनता को 60 रूपिये पेट्रोल देने की बजाय सरकार ने खुद ने एकसाईज ड्युटी पर इजाफा कर दिया…!सारा माल सरकार की तिजौरी में….! आम लोगो को कछु नाहीं…!?
क्या ऐसा कभी पहले हुआ है क्या,…? सवाल का जवाबः साल 2014 में पेट्रोल पर टैक्स 9.48 रुपये प्रति लीटर था और डीजल पर 3.56 रुपये. नवंबर 2014 से जनवरी 2016 तक केंद्र सरकार ने इसमें नौ बार इजाफा किया। इन 15 सप्ताह में पेट्रोल पर ड्यूटी 11.77 और डीजल पर 13.47 रुपये प्रति लीटर बढ़ी। इसकी वजह से 2016-17 में सरकार को 2,42,000 करोड़ रुपये की कमाई हुई, जो 2014-15 में 99,000 करोड़ रुपये थी। बाद में अक्तूबर 2017 में यह दो रुपये कम की गई। हालांकि इसके एक साल बाद ड्यूटी में फिर से 1.50 रुपये प्रति लीटर का इजाफा किया गया। इतना ही नहीं, जुलाई 2019 में यह एक बार फिर दो रुपये प्रति लीटर बढ़ा दी गई….!!
केंद्र सरकार कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय भाव में बड़ी गिरावट का फायदा आम लोगों तक नहीं पहुंचने दे रही है। केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी और रोड सेस मिलाकर कुल तीन रुपये प्रति लीटर की दर से ज्यादा कमाई का फैसला किया है। कोरोना वायरस और अमेरिका-रूस में एक-दूसरे से ज्यादा तेल उत्पादन की लगी होड़ के कारण कच्चे तेल की कीमत में बड़ी गिरावट दर्ज की जा रही है। इससे पेट्रोल-डीजल की लागत बहुत कम हो गई है, लेकिन सरकार ने पहले की तरह ही इस बार भी घटते अंतराष्ट्रीय भाव का फायदा रोकने का सिलसिला बरकरार रखते हुये चुनीलील को ठेंगा बताते हुये मानो कहा कि बेटे,,,तुम्हे तो मेहंगा पेट्रोल-डिजल ही खरीदना है…तेरी जेब भरी नहीं होनी चाहिये……!! तुने वोट देकर सरकार को ये सारे अधिकार दे दिये की सबकुछ सरकार का….कछु नाहीं तेरा…..सबकुछ मेरा….!!
चुनीलाल सोचे है की, गलती तो हुई गवा…..अब की करे…..? इब तो 2024 तक इसी तरह सारी सरकार का बोज उठाना पडेगा क्या…? हर महिने 6 हजार मिल रहे थे…..सालाना 72 हजार. लेकिन उसे छोड केसरीलाल पर विश्वास किया की चलो दुख भरे दिन बीते रे भैया….अब सुख आयो रे…. लेकिन यहां तो नाही तो सुख की कोइ झलक है…नाही दूर दूर तक कोइ आसरा….!! खाते में 2 हजार जमा होते है, नहीं होते है. कहे तो किसे कहे…..विवाद…विश्वास….विश्वास से विवाद….बुरे फसे ओबामा की तरह बुरे फसे चुनीलाल…….जैसा हो गया.
बाजार में कच्चे तैल के दाम 50 प्रतिशत कम हो गये. पंजेलाल राहुल ने सरकार को कहा की दाम घटे है तो सरकार को इसका लाभ उपभोक्ताओं को देना चाहिये….उन्हों ने मांग की और सरकार ने तुरन्त ड्युटी में 3 रूपिये बढा दिये….!ये ले….! तुं भी क्या मांग करेंगा कभी….!!
मसलन सरकार का रवैया ये है की 2024 तक हमे सहो…..!! 2024 के बाद भी यही सवाल होगा केसरीलालजी का चुनीलाल से – नई संसद में स्वागत नहीं करोंगे हमारा…..! एक आटो के पीछे लिखा था- ये भी कब तक…..? जवाब मिला या मिल सकता है- तुम देश विरोधी हो……छोड दिया जाय या कौन सा कानून लगाकर जेल भेज दिया जाय…?!!
इस फैसले से अर्थव्यवस्था में आई कमजोरी( अर्थ व्यवस्था क्यों कमजोर हुई ये कौन नहीं जानता) से जूझ रही सरकार को अतिरिक्त धन जुटाने में मदद मिलेगी…! तीन रुपये की बढ़ोतरी के बाद पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी की दर 22.98 रुपये प्रति लीटर हो जाएगी. इसी प्रकार डीजल पर एक्साइज दर 15.83 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 18.83 रुपये हो जाएगी. अधिकारियों के अनुसार, एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने से सरकार सालाना 39,000 करोड़ रुपये अतिरिक्त कमा पाएगी…..यानि जो 39000 करोड का फायदा आम आदमी को मिलना चाहिये वह सरकार की जेब में जायेगे….चुनीलाल, ओर जोर लगाओ….2024 तक….क्योंकि आज तक….कल तक…..सब हो गये बिकाजी….!