फट्टेबाज पत्रकारों से सूचना विभाग परेशान
लखनऊ। वैसे सूचना विभाग को किसी बाॅत से कोई मतलब नही होता, कब मंत्री के विभाग की बैठक हुई, कब उसका पे्रस नोट जारी हुआ। कार्यक्रम के लिए कवरेज मे बुलाये जाने वाले पत्रकारों को कार्यक्रम से कितने पहले सूचना दी गई नही दी गई इन सब बाॅतों से सूचना विभाग लगभग मतलब नही रखता। अमूनन जिस हिसाब से सूचना विभाग को मीडिया से सम्बंध रखना चाहिए उस हिसाब से