बाराबंकी:किताब ए जिन्दगी के एक वरक के पलट जाने का नाम मौत है – मौ.कल्बे जव्वाद
बाराबंकी। किताब ए जिन्दगी के एक वरक के पलट जाने का नाम मौत है। बेनियाज खुदा का जानशीन बेनियाज ही हो सकता है ।अली के दर सब पर सबका आना और अली का किसी के दर पर न जाना बेनियाजी की दलील है। यह बात मौलाना गुलाम अस्करी हाल में मरहूम शरफ अब्बास इब्ने जाहिद हुसैन की मजलिसे तरहीमको खिताब करते हुए आफताब ए शरीयत आली जनाब मौ.सै.कल्बे जव्वाद साहब