बाराबंकी: तो फिर यहां टेंट के नीचे होगा मतदान
सिरौलीगौसपुर बाराबंकी। बीते एक दशक में सरयू नदी में न जाने कितना पानी बह गया । कई सरकारें भी आयीं और गई मगर घागरा की तलहटी में बसने वालों के हालात आज भी नहीं बदले हैं।यहां स्कूल कालेज और घर न ही सड़कें हैं। इन सब बुनियादी सुविधाओं से वंचित यहां के ग्रामीण लोकतंत्र के प्रति अपनी अगाध आस्था के चलते तमाम दुश्वारियां को झेलते हुए खुले आसमान के नीचे