बिजली कम्पनियों द्वारा वार्षिक राजस्व आवश्यकता में तीन बार बदलाव
लखनऊ। देश की बिजली कम्पनियों द्वारा जिस प्रकार से 2 दिन पूर्व गुपचुप तरीके से नियामक आयोग में पूर्व में दाखिल अपने वार्षिक राजस्व आवश्यकता (एआरआर) को बदल दिया गया और सबसे बड़ा चैंकाने वाला मामला यह है कि वर्ष 2019-20 के एआरआर के सभी आंकड़ों में यह तीसरी बार बदलाव किया गया है। आश्चर्य की बात तो यह है कि वर्ष 2017-18 के ट्रूअप जो आडिटेड होता है उसमें