बिहार: बाल विकास परियोजना की जमीनी हकीकत सरकारी दावों के विपरीत
(जी.एन.एस) ता. 01 मुजफ्फरपुर आंगनबाड़ी केंद्र भवन निर्माण पर सरकारी खर्च बेकार साबित हो रही है। कहीं सामुदायिक भवन के एक ही कमरे में आंगनबाडी के अलावा प्राथमिक विद्यालय के पांच वर्ग चल रहे हैं। भवन बनने के बावजूद झोपड़ी में केंद्र का संचालन किया जा रहा है। पूरे प्रखंड क्षेत्र में नवंबर का पोषाहार न आने से टीएचआर नहीं हो सका। सेविका का मानदेय एक से डेढ़ वर्ष तो