मानव शरीर धर्म कार्यों के लिए मिला है
(जी.एन.एस) ता. 12 नई दिल्ली गीता भवन मंदिर, मालवीय नगर में श्रीराम कथा सुनाते हुए मानस मधुकर आचार्य कौशल किशोर मिश्र (श्रावस्ती) ने कहा कि सभी रामराज्य की बात करते हैं, लेकिन राम के आदर्श जीवन की एक भी बात मानने को तैयार नहीं। जिस समय राम को पिता ने वनवास की आज्ञा दी तब राम ने कहा कि पिताजी ने मुझे दण्डकारण्य का राज्य दिया है, और वे खुशी-खुशी