संसार की सबसे बड़ी और जीवन्त त्रासदी यह है कि जितने इंसान हैं उनमें से आम इंसानों से अधिक संख्या उपदेशकों और सलाहकारों की है। जितने उपदेशक, कथावाचक और मोटीवेश्नल गुरु और महागुरु पैसे लेकर काम करते हैं उनसे कई गुना मुफतिया हैं। इन मुफ्त के उपदेशकों और रायदारों की सबसे बड़ी खासियत यह भी है कि ये जिन कामों की राय देते हैं उन पर खुद कभी अमल नहीं
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