यदि वे फौज में न होते तो कांग्रेस जैसे कीसी दल में बडे नेता होते कसम से…!
कहावत है-संग वैसा रंग. रंग दे मोहे गेरूआ……रंगरेज का कमाल हैजी….! ता. 27 (जी.एन.एस. प्रवीण घमंडे) “नेता वे होते हैं जो लोगों को सही दिशा में ले जाते हैं। नेता वे लोग नहीं होते हैं जो लोगों को ग़लत दिशा में ले जाते हैं, जैसा हम बड़ी तादाद में विश्वविद्यालयों में देख रहे हैं, जहाँ लोगों ने छात्रों की अगुआई आग लगाने और हिंसा करने में की है। यह नेतृत्व