यदि सभी समाज को आरक्षण मिले तो फिर बाकी कौन रह गया..
एक ओर केन्द्र की भाजपा सरकार में लगातार दलित विरोध होने के आरोप लग रहे है वहीं दूसरी ओर केन्द्र के राज्यमंत्री ओर दलित नेता रामदास अठावले ने आरक्षण की मांग कर रहे सभी समाजो को आरक्षण देने की बात पर जोर दीया है। उन्हो ने 8 लाख रूपयै की क्रिमीलेयर सीमा तय तक विभिन्न जातिओ को भी आरक्षण देने का अपना मत सार्वजनिक किया है। पाटीदार, मराठा, जाट, राजपूत