(G.N.S) Dt. 14
नई दिल्ली,
भारत की जी20 प्रेसीडेंसी के मौके पर यूनाइटेड नेशनल फाउंडेशन (यूएन फाउंडेशन) और काउंसिल ऑन एनर्जी, इनवायरनमेंट एंड वॉटर (सीईईडब्ल्यू, भारत) ने नेक्स्ट जेनरेशन इंडिया फेलोशिप की घोषणा की है। यह फेलोशिप भारतीय युवा विचारकों और नेतृत्वकर्ताओं को विश्व की सबसे गंभीर चुनौतियों को समझने और समाधान करने का प्रत्यक्ष अनुभव पाने का अवसर देती है।
नेक्स्ट जेनरेशन इंडिया फेलोशिप, यूएन फाउंडेशन के ‘अवर फ्यूचर एजेंडा प्रोग्राम’ और लोक नीति में करियर निर्माण के लिए सीईईडब्ल्यू के प्रयासों का हिस्सा है। इसे विशेष रूप से एक सतत भविष्य के लिए भारत के युवाओं के मौलिक, नए और महत्वपूर्ण विचारों को सामने लाने के लिए बनाया गया है।
यूएन फाउंडेशन के अध्यक्ष और सीईओ एलिजाबेथ कूसेंस ने बताया, “नेक्स्ट जेनरेशन इंडिया फेलोशिप सिर्फ सीखने के बारे में नहीं है, यह वैश्विक नेतृत्व और प्रभाव को परिवर्तित करने वाला एक मंच है। चयनित फेलो को वैश्विक नेतृत्वकर्ताओं, नीति निर्माताओं और प्रभावशाली लोगों के साथ जुड़ने और उनसे सीखने, वैश्विक मामलों को आकार देने वाली प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी पाने और उनके विचारों में योगदान करने का मौका मिलेगा।”
दो वर्षों वाली यह फेलोशिप जी20 अध्यक्षता की थीम ‘वन अर्थ, वन फेमिली, वन फ्यूचर’ में शामिल ‘वन फ्यूचर’ (एक भविष्य) के बारे में उचित चर्चा को बढ़ावा देगी। यह युवा भारतीयों के लिए ‘भविष्य की कार्ययोजना’ के बारे में आम राय बनाएगी, और उनकी पीढ़ी में निवेश करने और भविष्य की पीढ़ियों की जरूरतों व अधिकारों की रक्षा करने के लिए विकल्पों की तलाश करेगी।
यह फेलोशिप युवाओं के नेतृत्व वाले और युवा-केंद्रित नेटवर्क और प्लेटफार्मों को मजबूत बनाने और संस्थानों के निर्माण में योगदान करने का भी अवसर देगी। यह चयनित फेलो को भारत की जी20 अध्यक्षता, एसडीजी शिखर सम्मेलन और भविष्य के शिखर सम्मेलन के दौरान अपने प्रस्तावों के बारे में बताने, प्रमुख विषयों का समर्थन करने, प्रेरित और कदम उठाने के लिए मॉडल साझा करने और ग्लोबल नॉर्थ व ग्लोबल साउथ के देशों के बीच साझेदारियां विकसित करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।
सीईईडब्ल्यू के सीईओ डॉ अरुणाभा घोष ने कहा, “ये विशेष युवा (चयनित फेलो) 21वीं सदी के बहुपक्षवाद के उद्देश्यों का समर्थन करने वालों में अग्रिम पंक्ति में खड़े होंगे, सभी के लिए साझेदारियों, समावेशिता, प्रगति और सततशीलता के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाएंगे। इसका उद्देश्य परिवर्तन के लिए काम करने वाले (चेंजमेकर्स) युवा भारतीयों को अपने विचारों को सामने रखने और सभी अंतरराष्ट्रीय संगठनों की प्रमुख चर्चाओं को प्रभावित करने के लिए एक वैश्विक मंच प्रदान करना है।”
इस फेलोशिप में सार्वजनिक स्वास्थ्य, सतत शहर, नई प्रौद्योगिकी, संस्कृति और समुदाय, लैंगिक समानता, कार्यबल का भविष्य, किफायती व स्वच्छ ऊर्जा और महासागर जैसे प्राथमिकता वाले विभिन्न क्षेत्र शामिल हैं। चयनित फेलो को यूएन फाउंडेशन, सीईईडब्ल्यू और अन्य साझेदार संसाधनों के अनुभवों और सलाहों से नीति-निर्माण, रणनीतिक योजना और वैश्विक कूटनीति के बारे में गहरी समझ हासिल हो सकेगी।
यूएन फाउंडेशन और सीईईडब्ल्यू के बीच की साझेदारी युवाओं की बौद्धिक क्षमता को पहचानने और उन्हें वर्तमान व भविष्य की वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए आवश्यक कौशल, योग्यता और आत्मविश्वास से संपन्न बनाने का अवसर देती है। श्री एन.आर. नारायण मूर्ति और श्रीमती सुधा मूर्ति द्वारा सीईईडब्ल्यू को भारतीय रुपए में अंशदान करते हुए इस फेलोशिप को सहायता दी जा रही है।