राष्ट्रपतिः बलि का बकरा कौन बने? : डॉ. वेदप्रताप वैदिक
राष्ट्रपति के चुनाव में रामनाथ कोविंद की जीत में जरा भी संदेह नहीं है। भाजपा-गठबंधन के पास यों ही वोटों का स्पष्ट बहुमत है। ज्यों ही कोविंद के नाम की घोषणा हुई, कई प्रांतीय पार्टियों ने उनके प्रति अपना समर्थन प्रकट कर दिया। जो पार्टियां अभी असमंजस में हैं, उनमें से भी कई उनका समर्थन करने पर विचार कर रही हैं। जो पार्टियां अक्सर भाजपा के विरुद्ध वोट करती हैं