- एक कदम मोबाइल के बटन पर…फेसबुक को लटका दो हुक पर….!
- एन्काउन्टर तो हो गया लेकिन गंदी कहानी से लिप्त ये फेसबुक को कौन रे सबक सिखायेंगाजी…?
- सोश्यल मिडिया फेसबुक पर क्या परोसा जा रहा है- अस्लिल साहित्य….?
- क्या फेसबुक ऐसी गंदी कहानीयां, गंदे विडियो को नहीं रोक सकता…?
- पारिवारिक संबंधो को तार तार करनेवाले विडियो को कौन रख रहा है…?
- फेसबुक का मालिक झुकरबर्ग तो है अमरिका में, बेटियों की अस्मत को लूटी जा रही है भारत में..! कोइ रोक सको तो रोक लो…
(जी.एन.एस., प्रविण घमंडे) दि.7
हैदराबाद हैवानियत के दरिंदो को उनकी किये की सजा मिल गई. तेलंगाणा के एक मंत्री ने कहा कि भगवानने न्याय किया..! न्याय कैसे मिला ये अब छिपा नहीं. इस गेंगरेप घटना को लेकर समाज में और महिलाओं में कितना डर और कुतना गुस्सा था कि एन्काउन्टर के बाद पुलिस पर फूल बरसायें गये. लेकिन ऐसी घटनाओं का और उसमें लिप्त अपराधी या आरोपी के अचेतन मन को यदि टटोला गया होता तो उसमें कहीं कहीं सोश्यल मिडिया से भी उसे इस तरह का दुष्कर्म करने के लिये उकसाया गया होने की बात आ सकती है. क्योंकि आज सोश्यल मिडिया पर इतनी भारी मात्रा में गंदे विडियो, गंदी बातें, गंदी कहानी और न जाने क्या क्या परोसा जा रहा है कि तौबा….तौबा….!
आज ऐसा कोइ नहीं होगा जो फेसबुक से जूडा न हो. फेसबुक की मजा ये है की उसमें न तो फेस यानि चेहरे का कोइ काम है या कीसी बुक का. हां, इतना जरूर है की उसका अकाउन्ट बुक- बेलेन्स सीट मुनाफे से भर रहा है दिन दुना रात चौगुना…..! महज 15 साल हो गये फेसबुक को शुरू हुये. और अरबो-खरबों में खेल रही है यह कंपनी.
2004 में अमरिका के केलिफार्निया के मेनलो पार्क से फेसबुक ने अपना कामकाज शूरु किया और देखते देखते आज वह इन्टरनेट के जरिये दुनिया के कोने कोने में पहुंच गया सोश्यल मिडिया या सोश्यल नेटवर्किंग मिडिया के नाम पर. फेसबुक आज एक शौक नहीं जरूरीआत हो गया है. ऐसे भी कइ है जो रोज सुबह भगवान को याद करने सेपहले फेसबुक में अपना अकाउन्ट देखते है….!
फेसबुक दोस्ती का एक नया माध्यम है. लोग अपनी बात फेसबुक पर शेयर करते है. कई ऐसे वाक्या और वारदाते भी हुई जिसे फेसबुक पर दुनिया को लाईव बताया गया हो. जिस में विदेश में दो मस्जिदो पर एक गोरे द्वारा किया गया हमला भी शामिल है.
दोस्ती के माध्यम से फेसबुक भारत में और अन्यत्र क्या परोस रहा है ये जानना इसलिये जरूरी है कि भारत में रेप और गेंगरेप की जो घटनायें हो रही है उसमें फेसबुक को भी टीवी मिडिया की भाषामें कहे तो, कहीं न कहीं दोषित ठहरा सकते है.
फेसबुक तो चाहेंगा कि मल्टीपल चैइन की तरह उसके साथ लोग जूडते चले….जूडते चले….लेकिन कुछ लोग इसका गलत उपयोग कर बिगडते चले…..बिगडते चले….उसे कौन रोंकेंगा….?
भारत में कई लोग और सेक्स से जूडी कंपनियां या पोर्न वेबसाईट वाले फेसबुक पर गंदी अश्लिल साहित्य मनोरंजन के नाम पर धडल्ले के साथ परोस रही है….!
कुछ उदाहरण पर एक नजर…
कीसी आरतीकुमारीने अपने ससुराल में दो अय्यास बहने क्या काम कर रही है उसकी कामुकता से भरी कहानी रखी है…..
स्वीट लेडी के फर्जी नाम से कीसीने दूधवाले से प्यार…दूध वाले की बुरी नजर का पोर्न विडियो रखा है…..
परिवार में आपसी संबंधो को तार तार और शर्मसार करनेवाली कहानी कीसे रखी है जिस में बहु-सास के नाजायज संबंधो की कहानी रख कर समाज को वे क्या मैसेज दे रहे है….?
कोइ नेहा मिडिया के नाम से अमजान औरत….के शिर्षक से अवैध संबंधो की कहानी…..?
कीसी जोली पोस्ट के नाम से पत्नी हवसखोर है, दुसरों से संबंध बनाती है की कहानी रखी है….!
सीने जस्टनाउ के नाम से फेसबुक पर कीसी ने देवर-भाभी के संबंधो की पोस्ट रखी है…!
श्रीमान मार्क झुकरबर्गजी, ये क्या हो रहा है आपके फेसबुक पर….? लोग क्या जानकारी रख रहे है आपके फेसबुक पर इसकी जानकारी आपकी कंपनी को नहीं मिलती क्यां….? सोश्यल मिडिया ट्वीटर, फेसबुक, इनस्टाग्राम, वोट्सएप पर कोन सी पोस्ट किसने कब रखी और उसमें क्या सामग्री है इसकी जानकारी तुरन्त ही इन विदेशी कंपनीयों को मिल ही जाती है. उस में ये अश्लिल सामग्री वाली गंदी चीजेम भी सामिल है. फेसबुक सब देख रहा है लेकिन उसे रोकने के लिये….? जानों भी दो यारो…..! और इसका परिणाम और प्रभाव कहां हो रहा है….?
गौर फरमायेंगा…
दिल्ही,..हैदराबाद…. उन्नाव….में जो घिनौनी घटनाये घटी है उसमें शामिल अपराधी ऐसा ही कुछ देख कर न करने का कर बैठे और कोइ फांसी पर चढने को तैयार तो कीसी को एन्काउन्टर में हिसाब बराबर…..!
भारत में रेप और गेंगरेप की घटनाये तथा परिवार में अपनी ही बेटी या बेटे के साथ बनते नाजायज और कुदरत के सिध्धांत के खुलाफ संबंधो की घटना के पीछे फेसबुक पर ऐसा कहानियां….ऐसे विडियो को अपलोड कर समाज को जोडने की नहीं समाज को तोडने का काम करनेवालों में एक फेसबुक भी है ये निर्विवाद बात है. मार्क झुकरबर्ग को ये बुरा लगे तो लगे. मार्क को क्या है…? वह तो खुद सलामत…उसका परिवार सलामत…उसके संतान सलामत….लेकिन फेसबुक ने ऐसी पोर्न सामग्री अपलोड करने की अनुमति दे कर भैारत की कई बेटीयों की जिंदगी को जोखिम में डालने का घिनौना काम किया उसके लिये फेसबुक को नैतिक्ता के तौर पर जिम्मेवार ठहराना चाहिये.
क्या फेसबुक एप गंदी और अश्लिल कहानियां और पोर्न विडियो देखना के माध्यम बन रहा है…?
अमरिका की यह कंपनी अपने खरबों के मुनाफे के लिये भारत में पोर्न साहित्य को जानबुझ कर नहीं रोक रही क्या….?
दुष्कर्म की घिनोनी घटना में लिप्त आरोपियों और सजा पानेवाले का यदि कोई मनोरोगी चिकित्सक या संस्थान द्वारा सर्वे किया जाय तो उस में ये बात जरूर आ सकती है कि उसके लियें कही न कही सोश्यल मिडिया-फेसबुक…वोट्सएप पर रेप का ऐसा सीन देखा होंगा या ऐसी कोइ गंदी कहानी पढ कर उसे अंजाम देने का प्रयास किया होगा.
क्या फेसबुक के पास ऐसी कोइ टेकनोलोजी नहीं है जिससे पत्ता चले की किसने फेसबुक पर क्या अपलोड किया है और वह कायदे के अनुसार है या नहीं…?
फेसबुक के पास ऐसी टेकनोलोजी है, इसीलिये तो भारत सरकार ने फेसबुक के झुकरबर्ग को बुलाकर सरकार मांगे उसकी जानकारी का स्त्रोत देने को कहा था. लेकिन फेसबुक ने ये कह कर मना कर दिया की वह अपने युझर्स की निजता के नियम का भंग नहीं करेगी. तो बात तो ये है की फेसबुक जानता है की उसके एप्प पर कैन क्या घिनौना और गंदा सेक्स का खेल खेल रहा है.
यहां को कुछ नमूने दिये गये. लेकिन असल में तो उससे भी कई गुना अधिक फेसबुक पर नई पीढी के सामने परोस कर फेसबुक तगडी कमाई के साथ समाज को तोडने का….समाज को बिगाडने का…..परिवार को भ्रष्ट करने का और भारत की बेटीयों के साथ जो खिलवाड कर रहा है उसे नहीं रोका गया तो आज दिल्ही-हैदराबाद वाला सिलसिला चलता ही रहेंगा….कई निर्भया कांड होते रहेंगे….मोमबती बनाने वाले को फुरसद ही नहीं मिले इतने कैन्डल मार्च के लिये नये भारत के लोगो को तैयार रहना होगा, यदि फेसबुक ने इस तरह के पोर्न विडियो और अश्लिल सामग्री परोसनी बंद नहीं की तो….!
तो अपने घर- परिवार और समाज को ऐसी घटनाओं से बचाने के लिये अन्य फैक्टरों के साथ ये फेसबुक वाला भी फैक्टर जूडा है तब, तैयार हो फेसबुक के खिलाफ आवाज उठाने के लिये….हाउझ द जोश…..?
एक कदम मोबाइल के बटन पर…फेसबुक को लटका दो हुक पर….!