शूगर के इलाज में कारगर है होम्योपैथिक प्रणाली
(जी.एन.एस) ता.01 जालंधर रक्त में ग्लूकोज (शूगर) की मात्रा का बढना शक्कर रोग कहलाता है। मुख्य रूप से शूगर 2 प्रकार की होती है। पहली टाइप-1, जिसमें सारे शरीर की ग्रंथी पैन्क्रियाज, इंसुलिन नहीं बना सकती। परिणामस्वरूप रक्त में शूगर की मात्रा बढ़ती जाती है। प्रचलित इलाज प्रणाली में, इस बीमारी के नियंत्रण के लिए इंसुलिन के टीके लगाए जाते हैं एवं ये टीके उम्र भर लगाने पड़ते हैं। धीरे-धीरे