“सदी के अंत तक लगभग एक अरब लोगों के सामने जल, भोजन संकट उत्पन्न होने का खतरा”
नई दिल्ली। भारत में दिल्ली से सटे ग्रेटरनोएडा में सोमवार से शुरू हुई संयुक्त राष्ट्र की कॉप-14 की बैठक में चिंता जतायी गयी है कि सदी के अंत तक यदि तापमान में दो डिग्री की बढ़ोतरी होती है तो शुष्क भूमि पर बसे 115.2 करोड़ लोगों के लिए जल, जमीन और भोजन का संकट पैदा हो जाएगा। आईपीसीसी की रिपोर्ट के अनुसार यह खतरा कुछ दशकों से तेजी से बढ़