सहकारी बैंकों ने मांगा राष्ट्रीय बैंक का दर्जा
लखनऊ। अभी प्रदेश में जो सहकारी बैंक काम कर रही हैं उनमें स्थानीय नेतागिरी हावी रहती है। यही नहीं इनको बागडौर सौंपने के बाद इन पर बड़ी मात्रा में सहकारी बैंकों का खर्च होता है। ऐसे में यह अगर एक संस्था हो जाए तो खर्च भी केवल एक ही जगह होगा। जिससे बैंक का बड़ी मात्रा में खर्च घटेगा। यह विचार को-आपरेटिव बैंक्स स्टाफ एसोसिएशन द्वारा आयोजित संगोष्ठी में संगठन