सेना का राजनीतिकरण लोकतंत्र के लिए बडा खतरा साबित हो सकता है
(जीएनएस, हर्षद कामदार) दि. 23 लोकतांत्रिक देश में सत्ता पक्ष और राजनीति से सेना को दूर रखा जाता है। लोकतंत्र के लिए यह अनिवार्य है। लेकिन देश के सेना प्रमुख बिपिन रावत ने हाल ही में जो बयान दिया है, उसे टालने की जरूरत थी। अगर इसी तरह सेना द्वारा निवेदनों और बारंबार मीडिया के पास दौड़ जाना, रोका नहीं जाएगा तो भारत में लोकतंत्र के समक्ष खतरा पैदा हो