स्वास्थ्य विभाग की देरी ने ले ली एक नवजात की जान
Share this article(जी.एन.एस) ता. 16 मंडी आखिर वही हुआ, जिसका डर था। स्वास्थ्य विभाग की देरी ने एक नवजात की जान ले ली। रात दो बजे जन्मी नवजात बच्ची की तड़पते-बिलखते सांसें उखड़ गईं। प्रसव के 36 घंटों बाद तक जच्चा-बच्चा को अस्पताल के ठंडे फर्श पर बिछे मैट के सहारे छोड़ दिया गया। तीमारदार बेड तलाशते रहे लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने मदद की जरूरत नहीं समझी। इसी बीच सुबह