अफगानिस्तान में हुए आतंकी हमलों में खत्म हो गया ‘काबुलीवाला’
(जी.एन.एस) ता. 25 नई दिल्ली एक था काबुलीवाला लेकिन नहीं पता अब वो जिंदा भी है या नहीं। काबुलीवाला, वर्षों पहले जिस किरदार को पन्नों पर गुरुदेव रबिंद्रनाथ टैगोर ने सजीव किया था उसके आज जिंदा होने के सुबूत काफी कम हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि जिस काबुल और काबुलीवाले की छवि को टैगोर ने कागज पर उकेरा था, वह अब बिल्कुल बदल चुका है। अब वहां पर खुशहाली बामुश्किल