अब सब कुछ गड्डमड्ड होता जा रहा है। हिरण्यकश्यपों ने सारी मर्यादाओं को तिलांजलि दे डाली है और तमाम किस्मों, आकार-प्रकारों की होलिकाओं ने अपने-अपने तिलस्मों का फ्रीस्टाईल इस्तेमाल कर खुद को इतना अधिक फायरप्रूफ कर लिया है कि जमाने की किसी भी तरह की आग का कोई असर नहीं पड़ता। कहीं होट और कहीं रोमांटिक होलिकाओं ने अपने भीतर ही इतनी सारी आग पैदा कर ली है कि बाहरी