प्याज ने फिर निकाले किसानो के आंसू
(जी.एन.एस) ता.21 फिरोजपुर देश के किसानों की आर्थिक मंदहाली कभी राजनेताओं के लिए मजाक बनी तो कभी इसका बड़े व्यापारी वर्ग ने खूब फायदा उठाया। किसान मेहनत करता है और फसल तैयार होने का इंतजार करता है, पर जब फसल मंडी में बिकने आती है तो उसके पास दाम तय करने का अधिकार नहीं होता। व्यापारियों के हाथों में आई उसकी मेहनत का फायदा किसान को नहीं मिलता। अन्नदाता चिंता