आदमियों में कई तरह की किस्में आजकल विद्यमान हैं। कोई अद्र्ध या आंशिक है, कोई पूर्ण और कोई दूसरी-तीसरी किस्मों वाले। इन सभी आदमियों में दो तरह के लोग हुआ करते हैं। एक वे हैं जिनका पूरा संसार उन्हीं के इर्द-गिर्द चलता रहता है और शेष दुनिया उनके लिए सिर्फ मनोरंजन और द्रष्टा भाव से देखने भर के लिए और अपने स्वार्थों की सिद्धि के तमाम जतनों का परिणाम पाने