Home संपादकिय पान और पकोड़े की दूकान: क्या यही है विकास?

पान और पकोड़े की दूकान: क्या यही है विकास?

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पता नहीं ये सीएम होने के बाद इन नेता लोग को क्या हो जाता है की आम आदमी ने जिस मुद्दे को लेकर सत्ता सौंपी उसे भूल कर यह कहते फिरते है की महाभारत काल में इंटरनेट था, वाईफाई था, मेकेनिकल इंजिनियर आइपीएस या आइएएस न बने, विश्व सुंदरी डायना नहीं लेकिन ऐशवर्या को होना चाहिए था, युवा सरकारी नौकरी के पीछे न भागे और पान की दूकान खोल ले…इस
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