जीएसटी फॉर्म 3 बी से पेनाल्टी वापस लिया जाए – कैट
कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने आज केंद्र सरकार से आग्रह किया है की जीएसटी फॉर्म 3 बी को दाखिल करने पर लग रही पेनल्टी को वापस लिया जाए कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी. सी. भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल कहा की इस स्थित को पहले से ही भांपते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कुछ महीनों के लिए फिलहाल जीएसटी पर नरमी बरतने की घोषणा भी की थी। उन्होंने कहा की यह स्वागत योग्य है की जीएसटी के पहले महीने में ही सरकार को जीएसटी पोर्टल से पंजीकृत केवल लगभग 65 प्रतिशत लोगों से ही लगभग 93 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है हालाकि फॉर्म 3 बी भरने की आखिरी तारीख 28 अगस्त को समाप्त हो गयी है लेकिन 100 रुपये प्रतिदिन की पेनल्टी देकर फॉर्म 3 बी दाखिल किया जा सकता है। उम्मीद की जाती है की बचे हुए 35 % लोगों में से बहुसंख्यक लोग फॉर्म 3 बी दाखिल करेंगे और सरकार के राजस्व में बेहद वृद्धि होगी। जीएसटी राजस्व प्राप्ति में हुई वृद्धि इस बात का स्पष्ट संकेत है की देश भर में व्यापारियों ने जीएसटी पोर्टल पर आ रही परेशानियों के बावजूद अपनाने का भरपूर प्रयास किया है लेकिन फिर भी काफी लोग फॉर्म 3 बी नहीं दाखिल कर पाएं है। इस स्तिथि को देखते हुए कैट ने श्री अरुण जेटली से अनुरोध किया है की कम से कम जुलाई और अगस्त महीने की रिटर्न पर कोई पेनल्टी नहीं लगायी जाए। जीएसटी के इस शुरूआती दौर में किसी भी प्रकार की पेनल्टी लोगो को हतोत्साहित करेगी। कैट ने यह भी कहा है की जीएसटी पोर्टल के हाल के अनुभव कतई अच्छे नहीं रहे हैं। यहाँ तक की लोगों को लाग इन करने में भी बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। कैट ने सरकार से आग्रह किया है की इसको गंभीर विषय मानते हुए पोर्टल को तकनीकि दृष्टि से पूरी तरह चाक चौबंद किया जाए जिससे व्यापारी आसानी से जीएसटी प्रक्रिया का पालन कर सकें।