सृष्टि में शकुन और अपशकुनों का प्रभाव आरंभ से रहा है। इन्हीं का असर ये है कि मनुष्य समुदाय में भी ऎसे लोग हैं जिनके बारे में कहा जाता है कि अमुक का शकुन अच्छा है और अमुक अपशकुनी है। गणों, नक्षत्रों, करण, योग तथा घड़ी-पल और राशियों के प्रभाव से ही व्यक्ति का आभामण्डल शकुनी और अपशकुनी होता है। साफ दिल के लोगों का सान्निध्य हर मामले में सुकून