मिसाल: माता-पिता हैं मूक-बधिर, बेटा फ्रांस में करेगा रिसर्च
(जी.एन.एस) ता.19 कोलकाता यह कहानी है अग्निद्वीप दास की जिन्होंने पश्चिम बंगाल के एक छोटे से गांव से निकलकर फ्रांस तक का सफर तय किया है। अग्निद्वीप के इस सफर की कहानी मोटिवेशनल है। उनके माता-पिता जन्म से ही मूक-बधिर हैं जो टेलरिंग का काम करते हैं। पश्चिम बंगाल के सूरी इलाके के पुरंदरपुर मार्केट में ही उनकी दुकान हैं। दुकान का नाम भी ‘डेफ ऐंड डंब टेलर रूम’ है।