धरती पर गिरेंगी अमृत की बूंदें, देवघर-बासुकीनाथ में उमड़े श्रद्धालु
(जी.एन.एस) ता. 05 पूर्णिमा की सभी रात विशेष होती है, लेकिन शरद पूर्णिमा की रात का अलग ही महत्व है। इस रात को चंद्रमा अपनी पूरी सोलह कलाओं का प्रदर्शन करते हुए दिखायी देता है। कहते हैं बरसात के बाद आने वाली शरद पूर्णिमा की रात आसमान धुला होता है। चांद से निकली चांदनी बिना किसी व्यवधान के अपने साथ अमृत की बूंदें लेकर धरती पर गिरती है। इसी मान्यता