जीएसटी पोर्टल में व्यापारी कैद, जबरन भर रहे रिटर्न
(जी.एन.एस) ता 10 लखनऊ किराना के छोटे कारोबारी संतोष का टर्नओवर सालाना 20 लाख रुपये से कम है। जीएसटी के नियमों के मुताबिक उनके लिए रिटर्न भरना जरूरी नहीं फिर भी वह रिटर्न फाइल करने को मजबूर है। उधर गलती से पहले खुद को कंपोजिट कैटेगरी में डालने वाले फर्नीचर कारोबारी छबलानी इसी तरह अब चाह कर भी जीएसटी की मुख्य धारा में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। दरअसल